देखिये टीचिंग(Teaching) सिर्फ एक प्रोफेशन ही नहीं है, बल्कि एक बहुत ही महान काम के रूप में हम इसे देखते हैं, और इसीलिए भारत में तो टीचर या गुरु को भगवान् से भी ऊपर माना गया है, क्यूंकि जो हमारे गुरु होते हैं, वो ही हमारे जीवन का निर्माण करते हैं और हमें कुछ बनने के काबिल बनाते हैं | पर यदि एक टीचर में जो खासियत होनी चाहियें, वो किसी टीचर में न हों, तो फिर वो बच्चों के भविष्य को खराब या बरबाद भी कर सकता है | जैसे हर कोई व्यक्ति हर एक काम में माहिर नहीं होता है, वैसे ही हर कोई व्यक्ति टीचर नहीं बन सकता है | क्यूंकि एक टीचर में या बोलें कि अच्छे टीचर में बहुत सी खूबियों को होना आवश्यक है, तभी जाकर कोई एक अच्छा और महान टीचर बन सकता है | तो एक अच्छा टीचर बनने के लिए कौनसी खूबियां होती हैं आवस्यक ? यही आपको इस पोस्ट में बताया गया है | अगर भविष्य में आप एक टीचर बनने का ख्याल देख रहे हैं, तो ये पोस्ट आपके लिए बहुत जरूरी है | इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको एक अच्छे और महान टीचर की कौनसी खूबियां होती हैं, वो सब पता चल जाएगा |
होना चाहिए पेशेंस(Patience)
अब देखिये टीचर बनने की बात हम न करें, तब भी पेशेंस तो सभी के अन्दर होना ही चाहिए, वर्ना आप बहुत सी जगहों पर मात खा सकते हैं | और रही बात टीचर बनने की, फिर तो आपकी डिक्शनरी(Dictionary) में पेशेंस नाम की चिड़िया होनी ही चाहिए | देखिये जब भी कोई नया टीचर स्कूल में पढ़ाने के लिए आता है, तो वो सबसे पहले अपने स्टूडेंट्स से ये ही बोलता है, की- तुम्हे जितनी बार भी मुझसे कुछ पूछना हो, तुम मुझसे पूछ सकते हो | तो देखिये ये बात तो आपको भी बोलनी ही पड़ेगी लेकिन आपको इसको निभाना भी है, यदि कोई बच्चा पढाई में थोड़ा कमजोर है और आपसे बार-बार पूछ रहा है, तो आपको उसे बार-बार बताना ही पड़ेगा या फिर हम कहें की आपको बताना ही चाहिए, क्यूंकि ये आपका काम भी है | आपको वहां पर गुस्सा नहीं करना है, आपको अपना धैर्य नहीं खोना है न ही आपको उस पर्टिकुलर(Particular) बच्चे को डाँटना है | पर हाँ, यदि बच्चा शैतान है, वो कुछ समझना ही नहीं चाहता है, तो फिर इस केस(Case) में आपकी कोई गलती नहीं होगी |
सिर्फ लर्निंग(Learning) पर न करें फोकस
अब यहाँ पर आपको ये नहीं सोचना है, की हम आपसे बच्चों को कुछ पढ़ाने के लिए मना कर रहे हैं, नहीं, हम आपसे बोल रहे हैं, कि आपको “सिर्फ” पढ़ाई पर ही फोकस नहीं करना है | पढ़ाई तो महत्वपूर्ण है ही, पर इसके अलावा आपको और भी बहुत सी चीज़ों पर ध्यान देना है | जैसे की आपको सबसे पहले अपने स्टूडेंट्स को समझने की कोशिश करनी है यानि कि उनका फ्रेंड(Friend) बनने की कोशिश करनी है, जिससे कि स्टूडेंट्स आपके सामने कम्फर्टेबल(Comfortable) फील कर सकें | ऐसा करने से स्टूडेंट्स आपको अच्छे से सुनेंगे और आपकी बातों को अच्छे से समझेंगे | और बात करें पढाई से अलग चीज़ों की, तो आपको अपने स्टूडेंट्स को थॉटफुलनेस(Thoughtfulness) के बारे में भी सिखाना है, जिससे की वो अच्छे स्टूडेंट के साथ एक अच्छा इंसान भी बनें | जब आप इन सभी चीज़ों पर ध्यान देते हैं, तो आपके स्टूडेंट्स आपके साथ एक अलग लेवल पर ही कनेक्ट हो जाते हैं | और जो टीचर अपने स्टूडेंट्स से कनेक्ट हो जाता है, उसी को एक अच्छा टीचर बोला जाता है |
तो यदि आप टीचिंग प्रोफेशन(Profession) में जाना चाहते हैं, तो ध्यान रहे कि आपके अंदर भी ये खूबियां होनी चाहिएं, जिससे कि स्टूडेंट्स आपसे कनेक्ट हो सकें और आप एक अच्छे और बेहतरीन टीचर बन सकें | और अगर पहले से ही आपके अंदर ये सभी खूबियां हैं, तो फिर तो आप एक बहुत ही अच्छे टीचर और लीडर(Leader) भी बन सकते हैं |
Nice thanks
Very good
Thanks