यदि आप भी एक पैरेंट हैं, तो आपके सामने भी ये चुनौती जरूर कभी न कभी आई होगी, जब आपको ये सोचना पड़ा होगा, की हम अपने छोटे बच्चे को आखिर कैसे ट्रीट करें या कैसे हैंडल करें | लेकिन यदि आप अभी भी किसी छोटे बच्चे का पालन कर रहे हैं, तो ये पोस्ट आपकी बहुत मदद करने वाली है, क्यूंकि इस पोस्ट में ऐसे पेरेंट्स की मदद करने की कोशिश की गयी है, जो अपने छोटे बच्चों को ठीक से कंट्रोल(Control) नहीं कर पा रहे हैं | या फिर हम ये भी बोल सकते हैं, की उन्हें समझ नहीं पा रहे हैं | यदि आपके बच्चे आपकी बात नहीं मानते हैं, या फिर पढ़ाई में ध्यान नहीं लगाते हैं, या किसी बुरी आदत का शिकार हो चुके हैं, या फिर अन्य परेशानी आपको अपने बच्चे के बारे में सता रही हो, इस पोस्ट में आपको इन सब का जवाब मिल जाएगा, क्यूंकि इस पोस्ट में आपको ये बताया गया है, की आप कैसे अपने छोटे बच्चे को हैंडल कर सकते हैं, जिससे कि बच्चों को भी बुरा न लगे | इस पोस्ट में आपको दो आसान से टिप बताये गये हैं. जो आपको फॉलो करने हैं और फिर ये हमारी गॅरंटी(Guarantee) है. की आपके बच्चे हमेशा आपकी बात मानेंगे |
बच्चों को हर बात पर टोकना नहीं है सही
ये आजकल मैंने बहुत ही देखा है, कि पेरेंट्स को ये लगता है की यदि वो अपने बच्चों को हर बात पर डांटते हैं, या उन्हें हर काम के लिए मना करते हैं, तो उनके बच्चे एक दम सही राह पर चलेंगे, तो इस बात पर मैं यही बोलूँगा की ये सोच बिल्कुल गलत है | यदि किसी भी बच्चे को हर काम के लिए मना किया जाए या फिर उसे हमेशा हर छोटी-छोटी बात पर डांटा जाए, तो वो चिढ़-चिड़ा हो जाता है, और उसे ऐसा लगता है जैसे की आप उसे सही से ट्रीट नहीं कर रहे हैं या फिर आप उससे प्यार नहीं करते हैं | बच्चे को हमेशा किसी भी काम के लिए डांटकर नहीं बल्कि प्यार से समझाना चाहिए, लेकिन इसका मतलब ये बिलकुल भी नहीं है, की मैं आपसे ये बोल रहा हूँ, की आप उन्हें कभी डांट ही न लगाये, यदि वो कोई बड़ी गलती करते हैं, तो आपको पूरा हक़ है उन्हें डांटने का, जिससे की उन्हें ये न लगे की हम कोई भी गलती करें और हमारे पेरेंट्स हमें कुछ कहेंगे ही नहीं | कुल मिलाकर मैं बस यही कहना चाहता हूँ, की हर चीज का बैलेंस(Balance) होना जरूरी है |
डेली उनके साथ कुछ टाइम स्पेंड(Spend) करें
अब इस टिप को लेकर कुछ लोग ये सोचेंगे या बोलेंगे, कि हमें तो टाइम ही नहीं मिलता है, क्यूंकि हमें अपने ऑफिस का या अन्य काम भी करने होते हैं | तो इस बात पर मैं आपको ये बोलना चाहूंगा, कि आपके पास रात में तो टाइम रहता ही होगा, तो आप उस समय का इस्तेमाल करें | रात के टाइम जब आप डिनर करते हैं, तो सभो को एक साथ बैठाकर खाना खाएं और अपने बच्चों से उनके पूरे दिन का हाल पूछें, कि आज उन्होंने क्या-क्या किया या अपने दिन को कैसे बिताया | ऐसा करने से आपके बीच मैं प्यार तो बढ़ता ही है, इसके साथ आप अपने बच्चों के करीब भी आते हैं, और इस टिप को आप अपने छोटे बच्चों के साथ ही नहीं बल्कि बड़े बच्चों के साथ भी फॉलो कर सकते हैं | ऐसा करने से शुरू से ही आपका आपके बच्चों के साथ अच्छा कनेक्शन(Connection) बन जाता है, और फिर आपके बच्चे आपके साथ अपनी हर छोटी से छोटी बातों को शेयर(Share) भी करते हैं |
यदि आप इन आसान से दो टिप्स को फॉलो करते हैं, तो कभी आपको अपने बच्चों से कोई परेशानी नहीं होगी, क्यूंकि आपके बच्चे कभी भी कोई गलती करेंगे ही नहीं |
I hope hel me i open marriage chanal.
sir hme bhi es depart me work karna hai please help me.
vill-bhormar maphi post-narayanpur distt-mirzapur pin code-231305 sir hame bhi work karna hai please help me.
Moti budhiya Sanstha dwara help ki jaati hai dekho kisi bhai ko shaadi ke liye chahie to Sanstha se Jude jaaiye ban ja beti ke liye sansar ek lakh
Nice post
Very nice
Good
Best idiya
Ok
Ram Naresh
Beautiful blog post thank you sir
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