Mathura बलदेव/ प्रशासन किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। प्रशानिक अधिकारी ज्ञापन लेने की औपचारिकता निभा रहे हैं, ज्ञापन में उठाई गई मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे, यह कहना है भाकियू चढूनी मंडल अध्यक्ष आगरा मंडल/ प्रदेश प्रवक्ता रामवीर सिंह तोमर का। श्री तोमर ने कहा बेमौसम बारिश से किसानों का भारी आर्थिक नुकसान हुआ है, जायद की फसलें बर्बाद हो गई है लेकिन अभी तक किसानों को प्रशासन और बीमा कंपनी की ओर से कोई राहत नहीं दी गई है। खेतों में अब भी पानी भरा हुआ है। प्रशासन ने किसानों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है और किसान डीजल इंजन लगा कर खेतों से पानी निकालने को मजबूर हैं।किसानों को डीएपी, यूरिया खाद नहीं बांटा जा रहा। अधिकारी दावा कर रहे हैं कि खाद की कमी नहीं है फिर खाद समय से और तरीके से बांटा क्यों नहीं जा रहा। ऐसा ही रवैया रहा तो कालाबाजारी बढ़ेगी। आंधी तूफान महीनों बाद भी प्रभावित किसानों को बिजली विभाग बिजली आपूर्ति सुचारू नहीं कर सका है। उल्टा बिजली अधिकारी लोक सेवकों के आचरण के विरुद्ध कर रहे हैं। लाख दावे के बाद भी पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है। किसानों का शोषण उत्पीड़न किया जा रहा है। निराश्रति गौ वंश खेतों, आबादी एरिया में झुंड के झुंड घूम रहे हैं जो किसानों के साथ, सड़कों पर हादसों का कारण बन रहे हैं। 6 महीने से नहर बंबा सूखे पड़े रहे, सिंचाई विभाग अब तक उनकी सिल्ट सफाई तक नहीं करा पाया, ऐसे में रबी की फसलों को नहर बंबायों से पानी कैसे मिलेगा? तहसीलों, ब्लॉक कार्यालयों में भ्रष्टाचार से लोग परेशान हैं, बिकलांग युवा तक आय प्रमाण पत्र के लिए भटक रहे हैं। जमकर शोषण उत्पीड़न हो रहा है । भाकियू चढूनी जल्द जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करेगा। डा सतीश चन्द्र, संजय पराशर, प्रेम सिंह कुंतभोज, हरिपाल सिंह, ओमवीर सिंह, सोनवीर सिंह, सत्यवीर सिंह, सियाराम शर्मा, राजेश कुमार, मेहताब नेताजी, तुलसी, पंचम सिंह, बच्चू सिंह, कन्हैया, श्याम आदि ने बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों को तत्काल मुआवजा देने की मुखमंत्री से मांग की है।